माता-पिता का आरोप
बच्चे के माता-पिता का दावा है कि जब उसे किसी तरह की कोई समस्या नहीं थी तो उसके गुप्तांग की सर्जरी क्यों की गई। गुप्तांग के ऑपरेशन से जुड़ी कोई रिपोर्ट्स भी नहीं निकाली गई थी और बिना हमे सूचित किए ऑपरेशन कर दिया गया।
अस्पताल की सफाई
जिला सिविल सर्जन डॉ. कैलाश पवार ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी आरोपों की जांच करेंगे। वहीं, अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी गजेंद्र पवार ने बताया कि पैर में चोट के अलावा लड़के को फिमोसिस (चमड़ी में जकड़न) की समस्या भी थी। इसलिए हमें दो ऑपरेशन करने पड़े। दूसरे ऑपरेशन के बारे में माता-पिता को जानकारी दिए जाने के बारे में पवार ने कहा कि हो सकता है कि डॉक्टर उन्हें बताना भूल गए हों या उन्होंने मरीज के अन्य रिश्तेदारों को बताया हो। डॉक्टरों ने जो किया वह सही था और इसमें कुछ भी गलत नहीं था। हालांकि, माता-पिता ने डॉक्टरों द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण को मानने से इनकार कर दिया।