जालंधर (नवीन पूरी) : सुदामडीह थाना क्षेत्र के पाथरडीह मोहन बाजार हटिया समीप लगे रिलांयस जियो के मोबाईल टावर में रविवार को भीषण आग लगी। डीजी जनरेटर सेट में सार्ट सर्किट के कारण आग लगी। आग से धुंआ का गुब्बार उठने लगा। हो हल्ला सुनकर आसपास के लोगों की भीड़ घटनास्थल पर जुट गई। सुदामडीह पुलिस भी सूचना पाकर घटनास्थल पहुंची। लोगों ने आग पर काबू पाने के लिए पड़ोस के पड़े बालू को आग पर डाला। परंतु आग की लपटें धीरे-धीरे बढ़ती ही चली गई। सूचना पाकर झरिया से झारखंड फायर सर्विस का एक वाहन पहुंचा। तब आग पर पूर्णरूप से काबू पाया जा सका। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली। आगजनी की घटना से मोहन बाजार व उसके आसपास के क्षेत्रों में जियो उपभोक्ताओं के मोबाईल नेटवर्क में थोड़ी दिक्कतें हो रही है। मोहन बाजार हटिया के समीप अनिल सिंह के घर के पीछे रिलांयस जियो मोबाईल टावर लगा है। जिसे सुचारू रूप से चलाने के लिए बिजली के साथ डीजी जनरेटर सेट भी है। रविवार अहले सुबह साढ़े पांच बजे सार्ट सर्किट के कारण अचानक आग लग गई। टावर के ठीक बगल में रहने वाले सरदार योगेंद्र सिंह की धर्मपत्नी ने आग देखी। उन्होंने घटना की सूचना अपने पति सरदार योगेंद्र सिंह को दी। जिसके बाद हो-हल्ला सुनकर आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। लोग अपने घरों से बाहर निकल गए। सुदामडीह पुलिस को भी सूचना दी गई।

    मोबाईल टावर के डीजी जनरेटर सेट में आग लगने के बाद लोगो मे हड़कंप मच गया। लोग घरों से बाहर निकाल गए। परंतु टावर समीप अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था तक नही थी। जिससे लोगों का गुस्सा भड़क गया। लोगों ने आग पर काबू पाने के लिए पड़ोसी के रखे बालू को ही आग पर फेंकना शुरू कर दिया। परंतु तब तक आग अपना विकराल रूप धारण कर लिया था। घटना की सूचना पाकर झरिया से झारखंड फायर सर्विस की वाहन ने समय पर घटनास्थल पहुंची। काफी अथक प्रयास के बाद प्रधान अग्नि चालक दीनानाथ शुक्ला, अग्नि चालक उमेश ठाकुर, गोपी यादव ने आग पर काबू पाया। आग पर काबू पाने से एक बड़ी घटना होने से टल गई।

    मोबाईल टावर डीजी जनरेटर सेट की देखरेख के लिए नियमित रूप से कर्मी की व्यवस्था होती है। परंतु लोगों ने बताया कि यहां सुरक्षा की कोई व्यवस्था नही है। आए दिन डीजी सेट व टावर के समीप सार्ट सर्किट होता रहता है। बार-बार इसकी शिकायत की गई है। टावर समीप पेड़ व सूखे लकड़ियों व फाइबर के टुकड़े पड़े हुए थे। अगर आग लकड़ियों में लग जाती तो स्थिति और भी भयावह हो जाती। लोगों के जानमाल पर भी खतरा बढ़ सकता था। लोगों ने कहा कि सकरी गलियों व भीड़-भाड़ वाले लोगों के घरों के पास टावर रहना नियम संगत नहीं है। कहा यहां बीएसएनएल, वोडाफोन, टाटा के भी टावर लगें हैं। जहां भी अग्निशमन की कोई व्यवस्था नही है। ऐसे में भविष्य में किसी बड़ी घटना की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है। लोगों ने राज्य के मुख्यमंत्री व धनबाद उपायुक्त से टावर हटाने की मांग की है।