भारतीय कंपनियां आने वाले समय में बड़े पैमाने पर कैंपस भर्ती की तैयारी कर रही हैं। हाल के समय में ये कंपनियां नए कारोबार में उतरी हैं। ये डिजिटल कारोबार को मजबूत करने के साथ आक्रामक विकास योजनाएं भी अपना रही हैं। अदाणी, रिलायंस, लार्सन एंड टुब्रो, वेदांता और आरपीजी जैसी कंपनियां आगामी प्लेसमेंट सीजन के लिए कैंपस भर्ती योजना बना रही हैं। इनमें से कुछ पिछले प्लेसमेंट सीजन की तुलना में 2025 के लिए प्रबंधन और इंजीनियरिंग छात्रों के लिए अधिक ऑफर पेश कर सकती हैं।कैंपस भर्ती की यह बड़ी योजना तब आई है, जब वित्त वर्ष 2023-24 में सेवाओं और टेक्नोलॉजी सहित कई क्षेत्रों में नियुक्तियों की रफ्तार कम हो गई। वैश्विक स्तर पर अनिश्चित आर्थिक माहौल ने कंपनियों को भर्तियां कम करने के लिए मजबूर कर दिया था। अदाणी समूह ने कारोबार की एक आक्रामक विकास रणनीति तैयार की है। नए स्नातक छात्रों का प्रवेश लगभग 20% तक बढ़ाने की योजना बना रहा है। इसका लक्ष्य लगभग 1,300 नए स्नातकों को नियुक्त करना है। मुख्य रूप से पुराने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और अन्य प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों जैसे शीर्ष संस्थानों से। लार्सन एंड टुब्रो 2025 के लिए 3,800 एंट्री लेवल की प्रतिभाओं को नियुक्त करेगी। 2024 में 3,800 से अधिक की भर्ती की थी। इनमें इंजीनियरिंग स्नातक और स्नातकोत्तर, सीए, एमबीए, डिप्लोमा इंजीनियर और अन्य स्नातक शामिल थे।
नए जमाने की विशेषज्ञता वालों की मांग
विविधीकृत समूह वेदांता आईआईएम, आईआईटी, बिट्स और अन्य सहित टियर 1 संस्थानों पर ध्यान केंद्रित करेगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा साइंस, एनालिटिक्स और आपूर्ति शृंखला प्रबंधन जैसी नए जमाने की विशेषज्ञता वाले छात्रों को शामिल करने पर जोर देगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज नए कारोबार विकास को पूरा करने के लिए कैंपस से 2025 में 15 फीसदी ज्यादा भर्तियां करेगी। 2024 में कंपनी की भर्तियों में गिरावट आई थी।